Sunday, April 6, 2008

वफादार बूंदे


जब में रोती हू तो मुझे हसी आती है
जानते हो क्यो
पलको की बेचेनी पर हसी आती है

गालों की मज़बूरी पर हसी आती है
हाथो की लाचारी पर हसी आती है
और आसुओ की वफादारी पर हसी आती है ।


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